छठ पूजा भगवान सूर्य का व्रत है एवं इसमें सूर्य भगवान की विशेष उपासना की जाती है। विशेष रूप से बिहार में इसे महापर्व के रूप में मनाया जाता है।
सूर्योपासना का व्रत छठ व्रत
सूर्योपासना का व्रत छठ व्रत
2024 में छठ व्रत 7 नवम्बर गुरुवार को है ।
नहाय-खाय
नहाय-खाय
छठ व्रत से दो दिन पूर्व नहाय-खाय होता है, इस कारण नहाय-खाय 5 नवम्बर मंगलवार को होगा।
खरना
खरना
छठ व्रत से एक दिन पूर्व एकभुक्त (खरना) होता है इस कारण 2024 में खरना 6 नवम्बर बुधवार के दिन होगा।
प्रथम अर्घ्य
व्रत के दिन सायंकालीन (प्रथम अर्घ्य) दिया जाता है, 2024 में छठ व्रत 7 नवम्बर गुरुवार को है इसलिये पहला अर्घ्य 7 नवंबर गुरुवार के ही सायंकाल में होगा।
व्रत के दिन सायंकालीन (प्रथम अर्घ्य) दिया जाता है, 2024 में छठ व्रत 7 नवम्बर गुरुवार को है इसलिये पहला अर्घ्य 7 नवंबर गुरुवार के ही सायंकाल में होगा।
व्रत के दिन प्रातःकालीन (द्वितीय अर्घ्य) दिया जाता है, 2024 में छठ व्रत 7 नवम्बर गुरुवार को है इसलिये दूसरा अर्घ्य 8 नवंबर शुक्रवार को प्रातः काल में होगा।
व्रत के दिन प्रातःकालीन (द्वितीय अर्घ्य) दिया जाता है, 2024 में छठ व्रत 7 नवम्बर गुरुवार को है इसलिये दूसरा अर्घ्य 8 नवंबर शुक्रवार को प्रातः काल में होगा।
द्वितीय अर्घ्य
द्वितीय अर्घ्य
पारण
पारण
दूसरे दिन प्रातःकालीन अर्घ्य देकर अन्य पूजा आदि करके पारण किया जाता है। 2024 में 8 नवंबर शुक्रवार को पारण होगा।
दूसरे दिन प्रातःकालीन अर्घ्य देकर अन्य पूजा आदि करके पारण किया जाता है। 2024 में 8 नवंबर शुक्रवार को पारण होगा।