सर्वप्रथम आंगन में चौरठ-सिंदूर आदि से अष्टदल व रंगोली आदि का निर्माण करे। फिर उसपर चौकी या पीढ़ा बिछाकर सुन्दर पीला कपड़ा बिछाये और उसपर चारों कोने में चार दीप जलाये। मध्य में ताम्रपात्र रखकर उसमें भगवान विष्णु की प्रतिमा, शालिग्राम अथवा तिलपुंज पर भगवान विष्णु की पूजा करे।
ॐ उत्तिष्ठोत्तिष्ठ गोविन्द त्यजनिद्रांजगत्पते। त्वया चोत्थीयमानेन उत्थितं भुवनत्रयम् ॥