आचमन मंत्र – 5 Achaman Mantra

आचमन मंत्र - Achaman Mantra

सामान्यतः आचमन तीन आचमन के मंत्रों का सर्वत्र विधान और मंत्र देखा जाता है और सभी जानते हैं। किन्तु यदि दो बार ही आचमन करना हो तो ? देवता भेद, कर्मभेद आदि के आधार पर आचमन के मंत्रों में कोई परिवर्तन भी होता है क्या अथवा जब भी आचमन करना हो उन्हीं मंत्रों से करना चाहिये ? इस आलेख में आचमन के मंत्रों का वर्णन किया गया है।

जब पूजा पाठ आदि के आरंभ में शुद्धिकरण हेतु आचमन किया जाता है तो सर्वत्र तीन बार किया जाता है, एवं अंगुष्ठमूल से ओष्ठ पोंछकर हाथ धोया जाता है। आचमन से सर्वाधिक प्रचलित मंत्र इस प्रकार हैं :

विष्णु स्मरण

प्राकारान्तर

जिस प्रकार पुरुषसूक्त से सभी देवताओं की षोडशोपचार पूजा की जाती उसी प्रकार विष्णु भगवान के इन नामों का स्मरण करते हुये सभी कर्मों में आचमन किया जा सकता है। तथापि आचमन के अन्य मंत्र भी प्राप्त होते हैं :

आचमन के अन्य मंत्र

देवताओं के बीज लगाकर आचमन मंत्र

आचमन मंत्र में एक प्रकार वो भी है जिसमें देवता के अनुसार बीज का प्रयोग किया जाता है। इसका एक स्वरूप देवी पूजा से संबंधित है जो कि श्री दुर्गासप्तशती में सभी देख सकते हैं :

इसमें देवी पूजा-पाठ के लिये देवी के बीजों (ऐं ह्रीं क्लीं) का प्रयोग किया गया है। इसी प्रकार शिवपूजा करनी हो तो शिव के बीजों का प्रयोग किया जाता है। शिव पूजा में इस मंत्र का स्वरूप इस प्रकार हो जाता है :

आशा है आचमन मंत्र से संबंधित यह आलेख आपके लिये उपयोगी सिद्ध होगा। इसके साथ ही आचमन के विषय में अनेकानेक महत्वपूर्ण तथ्य भी हैं जो एक कर्मकांडी ही नहीं सभी आस्थावानों को जानना आवश्यक है। आचमन से संबंधित विस्तृत विश्लेषण वाला आलेख पढ़ने के लिये यहां क्लिक करें।

उपरोक्त मंत्रों के अतिरिक्त अन्य कालों में जब आचमन करने का निर्देश होता है तो उसका तात्पर्य दो बार बिना मंत्र के आचमन करना।

सारांश : आचमन करने के लिये सामान्यतः विष्णु भगवान के विभिन्न नामों का स्मरण करते हुये विशेष विधि से हाथ में माषमात्र जल लेकर पीया जाता है। किन्तु आचमन का तात्पर्य जल पीना नहीं होता है अपितु जिह्वा, शरीर की विशेष शुद्धि करना होता है। आचमन हेतु अन्य प्रकार के भी मंत्र होते हैं और यहां चार प्रकार के मंत्रों का प्रयोग बताया गया है।

विनम्र आग्रह : त्रुटियों को कदापि नहीं नकारा जा सकता है अतः किसी भी प्रकार की त्रुटि यदि दृष्टिगत हो तो कृपया सूचित करने की कृपा करें : info@karmkandvidhi.in

मंत्र प्रयोग (कर्मकांड कैसे सीखें) में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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