गौरी पूजन मंत्र और विधि-विधान ~ Gauri Pujan Mantra
गौरी पूजन मंत्र और विधि-विधान ~ Gauri Pujan Mantra : चूंकि गौरी की प्रतिमा रखकर पूजा की जाती है इसलिये प्रतिमा को नित्य स्नान कराना भी आवश्यक होता है। तदुपरांत वस्त्र धारण कराना चाहिये।
यहां पर आपको पूजा से संबंधित महत्वपूर्ण आलेख दिये गये हैं और पूजा की विधि मंत्र दी गई है।
गौरी पूजन मंत्र और विधि-विधान ~ Gauri Pujan Mantra : चूंकि गौरी की प्रतिमा रखकर पूजा की जाती है इसलिये प्रतिमा को नित्य स्नान कराना भी आवश्यक होता है। तदुपरांत वस्त्र धारण कराना चाहिये।
गणेश पूजन विधि मंत्र सहित – Ganesh Puja 2025 : यहां हम प्रथमपूज्य गणपति की पूजा के लिये सर्वप्रथम पौराणिक मंत्रों का प्रयोग समझेंगे और तत्पश्चात वैदिक मंत्रों के प्रयोग को समझेंगे अर्थात दोनों विधि से पूजा करने के मंत्रों का अवलोकन करेंगे।
संध्या विधि – sandhya vidhi mantra : नित्यकर्मों में से प्रथम क्रम संध्या का आता है जिसे संध्या वंदन भी कहा जाता है। यहां संध्या वंदन विधि दी गयी है।
शिववास विचार – Shivwas Vichar भगवान शिव की पूजा के अनेक प्रकार और विधियां हैं। शिवपूजा में लिंग पूजा ही प्रमुख है। लिंग पूजा में भी अनेकों प्रकार होते हैं जैसे नर्मदेश्वर शिव लिंग, पार्थिव लिंग, पारद लिंग आदि। शिवलिंग की पूजा करने में अभिषेक का भी विशेष महत्व होता है जिसे रुद्राभिषेक कहा जाता…
पंचगव्य मंत्र : निर्माण, प्राशन, प्रोक्षण – किसी भी पूजा-अनुष्ठान-व्रत-यज्ञादि में पञ्चगव्य विधान भी आवश्यक है। पञ्चगव्य विधान में ४ कर्म है :
नवग्रह मंडल पूजा किसी भी पूजा-अनुष्ठान-यज्ञ में नवग्रह मंडल अवश्य ही बनाया जाता है। नियमानुसार नवग्रह मंडल हवन कुंड के ईशानकोण में बनाया जाना चाहिये। इससे दो बातें स्पष्ट होती है : हवन कुंड या वेदी बनाने के बाद नवग्रह मंडल बनाना चाहिये। नवग्रह मंडल हवन कुंड या वेदी अथवा यदि भूमि पर भी हवन…
चतुर्लिंगतोभद्र मंडल भगवान शिव की जब पूजा की जाती है जैसे रुद्राभिषेक, रुद्रयज्ञ, महरूद्रयज्ञ, अतिरुद्र यज्ञ, महामृत्युञ्जय जप, पार्थिव पूजन आदि तो उसमें चतुर्लिंगतोभद्र मंडल बनाया जाता है। यहाँ चतुर्लिंगतोभद्र देवता आवाहन मंत्र और चतुर्लिंगतोभद्र पूजन मंत्र दिये जा रहे हैं जिससे कर्मकांडियों को लाभ प्राप्त हो सके। चतुर्लिङ्गतोभद्र पूजन मन्त्र १. असिताङ्गभैरव : ॐ…
सर्वतोभद्र मंडल सर्वतोभद्र मंडल पूजन मंत्र : सर्वतोभद्र मंडल चित्र यहाँ दिया गया है जिसे देखकर वेदी बनाया जा सकता है। किसी भी देवता की पूजा में सर्वतो भद्र मंडल बनाया जाता है। वैसे शिवपूजन में चतुर्लिंगतो भद्र और देवी पूजन में गौरीतिलक मंडल भी बनाया जाता है लेकिन सर्वतोभद्र मंडल पर भी सभी देवताओं…
वास्तु मंडल चक्र वास्तु मंडल पूजन मंत्र घर और यज्ञ के लिये वास्तुमंडल अलग -अलग होता है। यह घर में बनाया जाने वाला ८१ पदों का वास्तुचक्र है। नीचे पूजन के मंत्र दिये गए हैं और क्रम का अंक वास्तुमंडल चक्र में अंकित है। १. शिखि : ॐ नमः शम्भवाय च मयेभवाय च नमः शङ्कराय…
सप्त घृत मातृका पूजन विधि । सम्पूर्ण वसोर्धारा पूजन : मिथिला में षोडश मातृका पूजनोपरांत श्री पूजन करके ही वसोर्धारा की परिपाटी है। अलग से सप्तघृतमातृका पूजन की अनिवार्यता नहीं देखी जाती है । परन्तु अनुष्ठान-यज्ञों में अब देखे जाते हैं, फिर भी कर्मकांड संबधी मुख्य पुस्तकों में वृद्धिश्राद्ध प्रसङ्ग पर सप्तघृत मातृका पूजन प्राप्त नहीं होता ।