पढ़िये सस्वर संपूर्ण रुद्राष्टाध्यायी पाठ संस्कृत में – rudrashtadhyayi pdf

पढ़िये सस्वर संपूर्ण रुद्राष्टाध्यायी पाठ संस्कृत में - rudrashtadhyayi pdf

वेदों के कुछ विशेष ८ अध्याय (शान्त्याध्याय और स्वस्ति प्रार्थना सहित १०) का अलग से संकलन किया गया है जिसे रुद्राष्टाध्यायी नाम से जाना जाता है। रुद्राभिषेक करते समय भी इसी रुद्राष्टाध्यायी का पाठ किया जाता है और इसके साथ ही यदि संपूर्ण वेद पाठ न करना हो तो भी रुद्राष्टाध्यायी का ही पाठ किया जाता है। यहां सस्वर संपूर्ण रुद्राष्टाध्यायी पाठ संस्कृत में (rudrashtadhyayi) दी गई है।

यहां सरल संकल्प मंत्र दिया जा रहा विशेष संकल्प मंत्र हेतु अन्य आलेखों का अवलोकन कर सकते हैं। यदि आप प्रतिदिन का पंचांग देखना चाहें तो यहां क्लिक करके देख सकते हैं : आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त

सामान्य रूप से जो ढूंढा जाता है वो है सरल रुद्राष्टाध्यायी अथवा सरल रुद्री किन्तु इसका दूसरा तथ्य यह है कि ढूंढने वाले के ज्ञान का स्तर चिंताजनक है। वेद मंत्रों को यदि सरल बनाने का प्रयास किया जाय तो उसमें अशुद्धियां उत्पन्न हो जाती है इसलिये वेद मंत्रों को सरल बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिये अपितु अध्ययन इस प्रकार से करना चाहिये कि वो सरल लगे।

आज का संकल्प मंत्र - aaj ka sankalp mantra
आज का संकल्प मंत्र

॥ ॐ शान्तिः॒ शान्तिः॒ शान्तिः॑ ॥

॥ इति श्रीशुक्लयजुर्वेदीय रुद्राष्टाध्यायी ॥

विनम्र आग्रह : त्रुटियों को कदापि नहीं नकारा जा सकता है अतः किसी भी प्रकार की त्रुटि यदि दृष्टिगत हो तो कृपया सूचित करने की कृपा करें : info@karmkandvidhi.in

मंत्र प्रयोग (कर्मकांड कैसे सीखें) में शास्त्रोक्त प्रमाणों के साथ प्रामाणिक चर्चा की जाती है एवं कई महत्वपूर्ण विषयों की चर्चा पूर्व भी की जा चुकी है। तथापि सनातनद्रोही उचित तथ्य को जनसामान्य तक पहुंचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं। एक बड़ा वैश्विक समूह है जो सनातन विरोध की बातों को प्रचारित करता है। गूगल भी उसी समूह का सहयोग करते पाया जा रहा है अतः जनसामान्य तक उचित बातों को जनसामान्य ही पहुंचा सकता है इसके लिये आपको भी अधिकतम लोगों से साझा करने की आवश्यकता है।

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