जानिये आषाढ़ माह के त्योहार व व्रतादि – ashadh 2025

जानिये आषाढ़ माह के त्योहार व व्रतादि - ashadh 2025

आषाढ़ माह के बारे में : शक १९४७, संवत २०८२, दिनांक १२/०६/२०२५ से १०/०७/२०२५ तक, अशुद्ध, ग्रीष्म ऋतु, सौम्य गोल, सौम्यायन, काल – पश्चिम । आषाढ़ माह के पर्वादि की बात करें तो इसमें दो विशेष गुप्त नवरात्रा और गुरु पूर्णिमा प्रमुख है। यदि एकादशी की बात करें तो कृष्णपक्ष में योगिनी एकादशी और शुक्ल पक्ष में हरिशयनी एकादशी होती है। यहां हम आषाढ़ माह के त्योहार व व्रत-पर्वादि (ashadh 2025) को जानेंगे।

यद्यपि अदृश्य पंचांग कर्ताओं द्वारा यह बताया जा रहा है कि व्रत-पर्व-मुहूर्तादि में अदृश्य पंचांग ही ग्राह्य होता है किन्तु यह व्यापारिक वक्तव्य होता है, वास्तविकता यही है कि व्रत-पर्व हो अथवा मुहूर्त शोधन सर्वत्र दृक पंचांग ही ग्राह्य है, और अदृश्य पंचांग के पोषक जो तथ्य (प्रमाण) देकर अदृश्य पंचांग का समर्थन करते हैं वो भी अदृश्य पंचांग का खंडन करते हुये दृश्य पंचांग की ही सिद्धि करते हैं। इस प्रकार व्रत-पर्व हो अथवा शुभ मुहूर्त सर्वत्र दृश्य पंचांग से ही निर्णय करना चाहिये, जातक तो निर्विवाद दृक पंचांग से करे।

आषाढ़ मास की चर्चा में आपको ज्येष्ठ मास के पंचांग की भी आवश्यकता हो सकती है, यदि आप आषाढ़ 2025 (ashadh 2025) का दृक पंचांग देखना चाहें अथवा pdf डाउनलोड करना चाहें तो यहां क्लिक करके का सकते हैं।

ग्रीष्म नवरात्रा अथवा गुप्त नवरात्र 2025

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में होने वाली नवरात्रा को ग्रीष्म ऋतु होने से ग्रीष्म नवरात्रा के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही इसे गुप्त नवरात्र भी कहा जाता है। शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक नवरात्रा कहलाती है। 2025 में 26 जून गुरुवार को आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा है एवं 4 जुलाई शुक्रवार को नवमी है। अर्थात 2025 में ग्रीष्म नवरात्रा दिनांक 26 जून गुरुवार से 4 जुलाई शुक्रवार तक है एवं 5 जुलाई शनिवार को दशमी है अर्थात नवरात्रव्रत का पारण है।

गुरु पूर्णिमा 2025

आषाढ़ माह के पूर्णिमा को गुरुपूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गुरु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन व्यासपूजन भी किया जाता है। ये स्वतंत्र भारत में सनातनद्रोहियों का षड्यंत्र है कि गुरुपूर्णिमा के दिन विद्यार्थियों के लिये पूजनविधान नहीं किया गया। विद्यार्थियों के लिये भी इसी दिन गुरुपूजन करने का विधान होना चाहिये था। 2025 में 10 जुलाई गुरुवार को आषाढ़ पूर्णिमा है और इसी कारण 2025 की गुरुपूर्णिमा इसी दिन है।

व्रतादि आषाढ़ माह 2025

  • श्रीविघ्नराज (गणेश) चतुर्थी : शनिवार, दिनांक १५ जून २०२५
  • योगिनी एकादशी : शनिवार दिनांक २१ जून २०२५
  • प्रदोष त्रयोदशी : सोमवार दिनांक २३ जून २०२५
  • प्रदोष चतुर्दशी : मंगलवार दिनांक २४ जून २०२५
  • आषाढ़ मास की अमावास्या : बुधवार, दिनांक २५ जून २०२५
  • गुप्त नवरात्रारम्भ कलश स्थापन : गुरुवार, दिनांक २६ जून २०२५
  • श्री गणेश चतुर्थी : शनिवार दिनांक २८ जून २०२५
  • देवशयनी एकादशी : रविवार दिनांक ६ जुलाई २०२५
  • प्रदोष त्रयोदशी : मंगलवार दिनांक ८ जुलाई २०२५
  • प्रदोष चतुर्दशी : बुधवार दिनांक ९ जुलाई २०२५
  • ज्येष्ठ पूर्णिमा (गुरुपूर्णिमा) : गुरुवार दिनांक १० जुलाई २०२५

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